हजरतगंज में नकली पुलिस कर्मियों ने बनाया बुजुर्ग महिला को निशाना

अति सुरक्षित क्षेत्र में अपराधियों के द्वारा घटना को अंजाम देकर फरार हो जाना चिंता का विषय

पीड़िता ने नहीं दर्ज कराया मुकदमा इंस्पेक्टर ने कहा की जाएगी टप्पेबाज़ों की तलाश

लखनऊ । जय क़लम , उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में टप्पेबाजी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। 4 दिन पूर्व बाजार खाला थाना क्षेत्र में मिल एरिया पुलिस चौकी से महज़ 500 मीटर की दूरी पर नकली पुलिस कर्मियों के द्वारा अधिवक्ता की बुजुर्ग पत्नी गायत्री गुप्ता के साथ हुई टप्पेबाजी की घटना के बाद आज हजरतगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कसमंडा हाउस के पास दो नकली पुलिस कर्मियों ने शांति देवी नाम की एक बुजुर्ग महिला को निशाना बनाते हुए उनके कान के टॉप्स उतरवा लिए । कसमंडा हाउस के पास सुबह करीब 7 बजे बुजुर्ग शांति देवी से मिले दो व्यक्तियों ने अपने आप को पुलिस कर्मी बताते हुए उनसे कहा कि शरीर पर जेवर पहनने पर जुर्माना लगेगा इसलिए आप जेवर उतारकर रख लीजिए जालसाजो के झांसे में आकर भ्रमित हुई शांति देवी ने कान के टॉप्स उतारकर टप्पेबाज़ों को दे दिए और टप्पेबाज़ ने कान के टॉप्स की पुड़िया बना कर उनके हवाले कर दी हाथ की सफाई के हुनर का इस्तेमाल करते हुए टप्पेबाज ने टॉप्स की पुड़िया को बदल दिया और कान के टॉप्स लेकर रफूचक्कर हो गए। इंस्पेक्टर हजरतगंज का कहना है कि बुजुर्ग महिला के साथ टप्पेबाजी की घटना तो हुई है लेकिन पीड़िता मुकदमा दर्ज कराना नहीं चाहती है उन्होंने कहा कि भले ही पीड़िता मुकदमा न दर्ज कराएं लेकिन उनके साथ घटना को अंजाम देने वाले टप्पेबाज़ों की तलाश कर उनके गिरफ्तारी की जाएगी । बताया जा रहा है कि शांति देवी को सुबह के समय मिले दो टप्पेबाज़ों में से एक टप्पेबाज खाकी रंग की जैकेट पहने हुए था जिससे बुजुर्ग महिला उसको पुलिस वाला समझ कर उस पर एतबार कर बैठीं। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में लगातार टप्पेबाजी की घटनाएं घटित हो रही हैं जिसके समाचार भी समाचार पत्रों में लगातार प्रकाशित हो रहे हैं बावजूद इसके लोगों में जागरूकता की कमी है और तमाम लोग तपबाजो का शिकार हो रहे हैं हालांकि टप्पेबाज़ों के द्वारा अक्सर बुजुर्ग महिलाओं और बुजुर्गों पुरुषों को ही निशाना बनाया जाता है क्योंकि बुजुर्गों में सोचने और समझने की शक्ति कुछ कम हो चुकी होती है इस लिए टप्पेबाज़ों के द्वारा बुजुर्गों को निशाना बनाना आसान साबित होता है। हजरतगंज थाना क्षेत्र अंतर्गत कसमंडा हाउस विधानसभा और राजभवन से 500 मीटर की दूरी पर भी नहीं है और घटनास्थल से पुलिस कमिश्नर का आवास भी 1 किलोमीटर के दायरे में ही हैं और घटनास्थल से हजरतगंज कोतवाली क्राइम ब्रांच का कार्यालय डीसीपी और एसीपी का कार्यालय भी 500 मीटर से ज्यादा की दूरी पर नहीं है ऐसे सुरक्षित माने जाने वाले स्थान पर नकली पुलिस कर्मियों के भेष में अपराधियों के द्वारा सुबह के समय टप्पेबाजी की घटना को अंजाम दीया जाना अति सुरक्षित माने जाने वाले क्षेत्र की सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा सवालिया निशान माना जाना चाहिए।

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