लखनऊ की तर्ज पर गोरखपुर में भी शिकायतों के निस्तारण की होगी मानिटरिंग

गोरखपुर। मुख्यमंत्री तक शिकायत करने के लिए अब आपको लखनउ नहीं जाना होगा। सीएम योगी आदित्यनाथ के जनसुनवाई केंद्र की अधिकारिक रूप से शुरूआत पहली जुलाई से किया जाएगा। सरकारी प्रतिनिधि के रूप में मुख्यमंत्री के जनसुनवाई केंद्र की जिम्मेदारी अपर नगर आयुक्त मोतीलाल सिंह निभाएंगे। वह मुख्यमंत्री के पास आने वाली शिकायतों के निस्तारण और मानिटरिंग के लिए जिम्मेदार होंगे। गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन भी इस केंद्र के संचालन में सहयोग करेगा। मंदिर से जुड़े पांच लोग इसके लिए लगाए गए हैं। योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद गोरखपुर यूपी की मिनी राजधानी के तौर पर देखी जा रही है। यूपी भर के शिकायतकर्ता गोरखनाथ मंदिर में अपनी शिकायत लेकर आते हैं। पिछले एक साल से गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन इन शिकायतों की सुनवाई करता रहा है। मंदिर के द्वारिका तिवारी को मुख्यमंत्री का ओएसडी बनाकर अधिकृत भी किया गया था। लेकिन उचित प्रबंधन और मानिटरिंग नहीं होने से शिकायतों के निस्तारण में काफी शिथिलता प्र्रशासनिक स्तर पर बरते जाने की शिकायतें मिलती रही हैं। शिकायतकर्ताओं को राहत देने के लिए मंदिर में अधिकारिक रूप से जनसुनवाई केंद्र खोला जा रहा है। अपर नगर आयुक्त मोतीलाल ंिसंह इस जनसुनवाई केंद्र की जिम्मेदारी संभालेंगे। मंदिर परिसर के हिंदू सेवाश्रम में यह केंद्र संचालित होगा। इसका ट्रायल भी शुरू किया जा रहा है। हालांकि, मुख्यमंत्री पिछले कुछ महीनों से जब भी यहां आते हैं तो सेवाश्रम में ही सुनवाई करते हैं। फरियादियों का तांता हर रोज यहां लगता है। जनसुनवाई केंद्र के लिए मुख्यमंत्री के निर्देश पर गोरखनाथ मंदिर प्रबंधन ने मोती लाल सिंह के सहायक के रूप में दिव्य कुमार सिंह, विनय कुमार गौतम और आनंद गुप्ता को सहायक तैनात किया है। ऐसे लोग जो अपनी शिकायत नहीं लिख सकते, उसके लिए लेखक के रूप में आशीष पाण्डेय और सहदेव साहनी की तैनाती की गई है। सीएम जनसुनवाई केंद्र में आने वाली शिकायतों को आईजीआरएस पोर्टल पर अपलोड कराया जाएगा। डीएम कार्यालय से 4 कंप्यूटर आपरेटर, प्रिंटर और कंप्यूटर उपलब्ध कराया जाएगा। लैंडलाइन टेलीफोन नम्बर और ब्राडबैंड की सुविधा भी होगी। मण्डल आयुक्त एवं जिलाधिकारी से कलेक्ट्रेट में भी जनसुनवाई केंद्र का कार्यालय खोले जाने की योजना बनाई जा रही है। उम्मीद है कि सर्किट हाउस के पास निर्मित हो रहे लघु सचिवालय के भवन के पूर्ण होने तक ई-दिशा केंद्र के भवन में जनसुनवाई केंद्र का संचालन होगा। लेकिन गोरखनाथ मंदिर के हिन्दू सेवाश्रम में संचालित होने वाला केंद्र भी संचालित होता रहेगा क्योंकि यहां काफी संख्या में फरियादी आते हैं। दोनों स्थानों पर अलग अलग समय पर मोती लाल सिंह बैठेंगे।

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