अमेरिका ने पाकिस्तान से अपनी जमीन पर पनप रहे आतंकवादियों, विशेष रूप से उसकी धरती में स्थित सुरक्षित आतंकवादी पनाहगाहों से अपनी गतिविधियां चलाने वाले तालिबान नेताओं का खात्मा करने की अपील की है।
अफगानिस्तान पर कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान विदेश मंत्रालय के उप सचिव जॉन सुलिवन ने ‘सीनेट फोरेन रिलेशन्स कमेटी के सदस्यों से कहा, ”हमने अपने पाकिस्तानी सहयोगियों से बदलाव और आतंकवादियों का उन इलाकों से खात्मा करने, जहां से वे अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं, पर चर्चा की है।
आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को लेकर पाकिस्तान के रुख पर चिंता जता रहे सांसदों के सवाल पर उन्होंने यह प्रतिक्रिया दी।
सुलिवन ने कहा कि वह समझते हैं कि हमारी उम्मीदें क्या हैं…उन्हें दी जाने वाली सहायता राशि तब तक निलंबित रहेगी, जब तक हमें उनके वास्तविक रूप से कदम उठाने के सबूत नहीं मिल जाते। उन्होंने कहा कि अमेरिका, पाकिस्तान के साथ बातचीत कर रहा है लेकिन उनकी ओर से आतंकवाद के खिलाफ ”पर्याप्त कदम नहीं उठाए गए हैं।
‘सीनेट फोरेन रिलेशन्स कमेटी के अध्यक्ष सीनेटर बॉब कार्कर ने भी ट्रंप प्रशासन की दक्षिण एशियाई योजना का सर्मथन किया। उन्होंने कहा, ”इस प्रशासन ने पहले ही पाकिस्तान के साथ एक रेखा खींच दी है, इस्लामाबाद के मासूमों तथा अमेरिका एवं उसके साथी बलों को निशाना बनाने वाले हक्कानी और अन्य आतंकवादी समूहों को पनाह देने तक उसके अरबों डॉलर की सुरक्षा सहायता का निलंबित कर।
पिछले माह, ट्रंप प्रशासन ने पाकिस्तान की आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में उसकी असमर्थता का देखते हुए उसको दी जाने वाली करीब दो अरब डॉलर की सुरक्षा राशि रद्द कर दी थी।