पुलिस कमिश्नर के आदेश पर अमीनाबाद पुलिस ने की बड़ी कार्यवाही
लखनऊ । जय क़लम , अपराधियों के खिलाफ लखनऊ कमिश्नरेट पुलिस के द्वारा की जा रही कार्यवाही में अमीनाबाद पुलिस ने शातिर अपराधी मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम के खिलाफ उत्तर प्रदेश गिरोहबंद अधिनियम के तहत कुर्की की बड़ी कार्यवाही करते हुए एक करोड़ रुपए की संपत्ति कुर्की की है । पुलिस कमिश्नर एसबी शिरडकर के द्वारा 8 साईं भवन हीवेट रोड अमीनाबाद के रहने वाले मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम की संपत्ति कुर्क किए जाने के आदेश के बाद अमीनाबाद पुलिस ने मांगेराम के द्वारा अपराध के रास्ते से अर्जित किए गए पैसे से अर्जित की गई संपत्तियों को कुर्क कर लिया। उत्तर प्रदेश गिरोह बंद अधिनियम के तहत कार्रवाई की जद में आए मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम के खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, बलात्कार, अनैतिक देह व्यापार आदि अनेक गंभीर धाराओं में 29 मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस के अनुसार कुर्की की कार्रवाई की जद में आए मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम के द्वारा अपराध के रास्ते से अर्जित की गई धन से अपनी पत्नी चांदनी देवी के नाम से कई बेनामी संपत्तियां अर्जित की थी। पुलिस के अनुसार कुर्की की कार्रवाई की जद में आए मनीष प्रताप सिंह उर्फ मांगेराम के खिलाफ पहले भी गिरोहबंद अधिनियम के तहत कार्यवाही की जा चुकी है।
इंदिरा नगर में 10 हज़ार का इनामी गिरफ्तार
UPPET परीक्षा में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वाला चिनहट में गिरफ्तार
लखनऊ । जय क़लम , लखनऊ कमिश्नरेट की इंदिरा नगर पुलिस और चिनहट पुलिस को बड़ी सफलताएं मिनी हैं । इंदिरानगर पुलिस ने ग्राम रिहाली फतेहपुर बाराबंकी के रहने वाले आशीष लोधी राजपूत को गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर एक्ट के फरार मुलजिम आशीष लोधी के खिलाफ 27 मुकदमे दर्ज हैं और इसकी गिरफ्तारी के लिए 10000 के इनाम की घोषणा भी की गई थी । फरार चल रहा शातिर अपराधी आशीष लोधी राजपूत आज इंदिरा नगर पुलिस के हत्थे चढ़ गया उधर । चिनहट पुलिस के द्वारा यूपी UPPET परीक्षा में दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने आए अंबेडकर नगर के रहने वाले उमेश कुमार गौतम को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के अनुसार गिरफ्तार किया गया उमेश चिनहट थाना क्षेत्र में स्थित एनडब्ल्यूपी इंटर कॉलेज में कूट रचित फर्जी एडमिट कार्ड के माध्यम से आजमगढ़ के रहने वाले मोहन सिंह के स्थान पर परीक्षा देने आया था । रविवार को आयोजित दूसरी पाली की परीक्षा देने के बाद उमेश कुमार गौतम मोहन सिंह से बाकी के पैसे लेने के लिए गेट के पास आया था तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।